Monday, October 7, 2013

बिटिया

अपनी बेटी भी प्यारी है और परम्परा भी!

बिटिया जो सबसे प्यारी है, जग में सबसे वह न्यारी है!

बचपन में न वह रोती थी, खा पीकर के जो सोती थी.

बाबाजी सामने रहते थे, बिटिया को चूमा करते थे.

मूंछों को देख वो हंसती थी, बाबा की प्यारी पोती थी!

रोती भी नहीं कभी खुलकर, ‘गूंगी होगी आगे चलकर’ !

ये ‘प्यार के बोल’ निकलते थे, बाबाजी हंसकर कहते थे.

बिटिया थोड़ी अब बड़ी हो गयी, रोऊँ क्यों, अब तो खड़ी हो गयी!

पापा ने सब कुछ झेला है, उनका मन बहुत अकेला है.

रोते वे नहीं विपदाओं से, होते खुश हर आपदाओं से.

जीवन ने उन्हें सिखाया है, अग्नि ने उन्हें तपाया है

सोना तपने से निखरता है, मानव मन तभी सुधरता है!

जो कुछ वे मुझे सिखाते हैं, अपना अनुभव बतलाते हैं.

बेटी तू रोना कभी नहीं, आपा तू खोना कभी नहीं.

वो’ जो सबका दाता है, सबका ही ‘भाग्य-विधाता’ है.

सुनते है ‘वे’ हम सबकी ही, चाहे तुम कहो या कहो नहीं.

सबकी भलाई ‘वे’ करते हैं, भक्तों पर ही ‘वे’ मरते हैं.

बिटिया जैसी तू प्यारी है, तू भी सबका हितकारी है.

‘वो’ दूर देश से आएगा, घोड़े पर तुझे बिठाएगा.

उड़ जायेगा ‘वो’ बन के हवा, पर सदा साथ हो मेरी दुआ.

न कभी तुझे वो रुलाएगा, बातों से सदा हंसायेगा.............

Wednesday, October 2, 2013

बेटिया

कितना कुछ सह जाती है बेटिया
अक्सर चुप रह जाती है बेटिया !!

कहाँ तक हिफाजत रखे अपनी -
जब घर में ही बेआबरू हो जाती है बेटिया!

अक्सर चाह कर भी ,नहीं कर पाती कुछ -
अरमानो का गला घौट रह जाती है बेटिया !!

बदल लेती है ,बक्त के साथ खुद को-
हर हाल ढल - जाती है बेटिया !!

क्यों इनका इतना खौप खाते है लोग-
जो कौख में क़त्ल कर दी जाती है बेटिया !!

हरेक कदम पर चुनौती है इनके -
मेहनत से आगे बड जाती है बेटिया !!

बेटी किसी की बहन कभी ,प्रेमिका भी होती
रिश्तो के कितने रंगों में रंग जाती है बेटिया !!


कितना कुछ सह जाती है बेटिया
अक्सर चुप रह जाती है बेटिया !!

Tuesday, October 1, 2013

bitiya

"मेरी बेटीँ"तेरे कदमोँ की आहट,तेरी पायल की छन-छन,

जब आँगन मेँ तू दौडे,याद आये मेरा बचपन,

मेरी बेटी हैँ तू ,हैँ मेरा दर्पण,मेरी छवि हैँ तुझमेँ,

मैँ नजर आती हूँ तुझमेँ,मेरा कोई बेटा ना हैँ,

तू ही हैँ मेरा बेटा,तू ही हैँ 'ज्योति' ,

जब से जीवन मेँ तुम आयीँ,खुशियो से भर गया हैँ जीवन,

हमेँ गर्व हैँ स्वयं पर,हमनेँ जन्मी हैँ बेटीं,

पिता का पुत्र हैँ तू ,तू ही हैँ मेरी बेटी||"